Act Now: Ask your Representative to support the PRC!

Connect

क्रिस्टोफ़र का व्यायाम कार्यक्रम

क्रिस्टोफ़र रीव का स्वास्थ्य लाभ

क्रिस्टोफ़र रीव ने दुनिया को दिखा दिया था कि उन्होंने थोड़ा संचलन और संवेदना वापस हासिल कर लिए थे। हालांकि वे चल नहीं सके, मूत्राशय की, मलाशय की या यौन कार्यक्षमता वापस हासिल नहीं कर सके, और न ही वे वेंटिलेटर के बिना सांस ले सके, पर उनका सीमित स्वास्थ्य लाभ उल्लेखनीय था।

रीढ़ की हड्डी की चोट/क्षति से संबंधित वैज्ञानिक साहित्य के पूर्वानुमान के अनुसार अधिकांश स्वास्थ्य लाभ चोट लगने के बाद के पहले छः महीने में होता है और वह सामान्यतः दो वर्षों में पूरा हो जाता है। क्रिस्टोफ़र का स्वास्थ्य लाभ, जो उनकी चोट के पांच से सात वर्ष बाद हुआ, इन चिकित्सीय अपेक्षाओं को पराजित करता है, और इससे उनके दैनिक जीवन पर नाटकीय प्रभाव पड़ा था।

क्रिस्टोफ़र रीव अपनी चोट के इतने समय बाद स्वास्थ्य लाभ क्यों प्राप्त कर पाए? उनका मानना था कि उनकी कार्यक्षमता में हुआ सुधार कठोर शारीरिक गतिविधि का परिणाम था।

क्रिस्टोफ़र ने उसी वर्ष व्यायाम करना शुरू कर दिया था जिस वर्ष वे चोटिल हुए थे। पांच वर्ष बाद, जब क्रिस्टोफ़र रीव ने पहली बार यह नोट किया कि वे अपनी एक तर्जनी को अपनी इच्छा से चला सकते हैं, तो उन्होंने सेंट लुईस स्थित वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के डॉ. जॉन मैकडोनल्ड की देखरेख में एक गहन व्यायाम कार्यक्रम शुरू कर दिया।

क्रिस्टोफ़र ने अपने कार्यक्रम में कई गतिविधियां शामिल कीं। उन्होंने अपनी बांहों, क्वाड्रिसेप मांसपेशियों, हैमस्ट्रिंग की मांसपेशियों और अन्य मांसपेशी समूहों का द्रव्यमान बढ़ाने के लिए विद्युत उद्दीपन का उपयोग किया। उन्होंने फ़ंक्शनल इलेक्ट्रिकल स्टीमुलेशन (FES) बाइसाइकिल चलाई, श्वसन प्रशिक्षण लिया, और जलचिकित्सा में भी भाग लिया।

1998 और 1999 में, क्रिस्टोफ़र ने कार्यात्मक ढंग से कदम बढ़ाने को प्रेरित करने के लिए ट्रेडमिल प्रशिक्षण लिया। ट्रेडमिल के साथ उनका अनुभव ही रीव फ़ाउंडेशन के न्यूरोरिकवरी नेटवर्क (NeuroRecovery Network®) की नींव बना।

क्रिस्टोफ़र और डॉ. मैकडोनल्ड का मानना था कि इन गतिविधियों ने संभवतः उनके सोए हुए तंत्रिका पथों को जागृत कर दिया था।

डॉ. मैकडोनल्ड और अन्य शोधकर्ताओं एवं चिकित्सकों ने इस बारे में सावधान किया था कि क्रिस्टोफ़र के परिणामों की आवश्यकता से अधिक व्याख्या न की जाए। स्पष्ट है कि ऐसा आवश्यक नहीं कि लकवे से ग्रस्त सभी लोगों को ऐसे कार्यक्रमों से लाभ हो ही, और आपको कोई भी फ़िटनेस कार्यक्रम आरंभ करते या बदलते समय हमेशा ही अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।

सुपरमैन के लिए बना एक फ़िटनेस कार्यक्रम

यह हम में से सभी के लिए सच है: व्यायाम और बेहतर स्वास्थ्य का आपस में संबंध होता है। व्यायाम के शायद ही कोई नकारात्मक दुष्प्रभाव होते हैं, और होते भी हैं तो बहुत ही कम। यहां तक कि ऐसे लोग जिन्होंने क्रिस्टोफ़र रीव जैसे ढंग से स्वास्थ्य लाभ का अनुभव नहीं किया है, उनके भी कुशल-क्षेम में वृद्धि की संभावना होती है।

व्यायाम में क्रिस्टोफ़र की भागीदारी के पीछे हृदयवाहिकीय कार्यक्षमता, मांसपेशियों की तान (टोन), और हड्डियों के घनत्व आदि पर पड़ने वाले, भली-भांति ज्ञात प्रभावों की प्रेरणा थी। वस्तुतः उनमें मूत्राशय एवं फेफड़ों के संक्रमण जैसी चिकित्सीय जटिलताएं कम हुईं थीं।

1999 से पहले क्रिस्टोफ़र को प्रायः अस्पताल में भर्ती करने की ज़रूरत पड़ती थी – उनमें कुल मिलाकर नौ प्राणघातक जटिलाएं हुईं और उन्हें लगभग 600 दिनों के एंटीबायोटिक उपचार की ज़रूरत पड़ी थी।

1999 के बाद, वे शायद ही कभी अस्पताल में भर्ती हुए हों, उनमें केवल एक गंभीर चिकित्सीय जटिलता हुई थी, और उन्हें केवल 60 दिनों के एंटीबायोटिक उपचार की ज़रूरत पड़ी थी।

क्रिस्टोफ़र के स्वास्थ्य में हुए इन सुधारों से उनकी भावनात्मक कुशल-क्षेम को नई ऊर्जा मिली और वे विभिन्न कार्य परियोजनाओं के लिए स्वयं को समर्पित कर पाए, क्योंकि तब वे जान चुके थे कि वे उन्हें अपना अबाधित समय दे सकेंगे।

अब वैज्ञानिक लकवे के साथ जी रहे अन्य लोगों को भी वैसे ही लाभ प्रदान करने के लिए अत्याधुनिक चिकित्साएं विकसित करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।

क्रिस्टोफ़र रीव का अनुभव इस बात का एक उदाहरण है कि जब व्यक्ति “घुटने टेक देने” के सिद्धांत को स्वीकारने से मना कर देता है तो क्या-कुछ हो सकता है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं था कि उनका स्वास्थ्य लाभ किस कारण से हुआ, पर उनकी कार्यक्षमताओं में हुए सुधार दूसरों के लिए आशा एवं प्रेरणा के स्रोत का कार्य करते हैं।

वे नई प्रौद्योगिकियों और चिकित्साओं को अधिक व्यापक स्तर पर उपलब्ध कराने के एक प्रबल पक्षधर थे।

मेरे पास स्टाफ़ और उपकरण हैं। पर मेरे अनुभव से मैं जिस चीज़ के बाहर आने की सच में आशा करता हूं वह यह है कि बीमा कंपनियों के व्यापार करने के तरीके में आदर्श बदलाव होना चाहिए। यदि बीमा कंपनियां अग्रसक्रिय चिकित्सा और उपकरणों के लिए भुगतान करें तो वे मुझ जैसे लोगों को अस्पताल से बाहर रखते हुए पैसे बचाएंगी। निचले स्तर पर लगी चोटों/हुई क्षतियों से पीड़ित लोग खड़े हो सकेंगे और अपनी चेयर छोड़ सकेंगे। यह एक ऐसा प्रस्ताव है जिसमें लाभ दोनों पक्षों का है।

– क्रिस्टोफ़र रीव

नीचे उन विभिन्न गतिविधियों का सारांश है जो रीव के व्यायाम कार्यक्रम में थीं:

ध्यान दें: उन्नत पुनर्सुधार चिकित्साओं, जैसे FES या ट्रेडमिल प्रशिक्षण, में भाग लेने पर विचार करने से पहले, यह महत्वपूर्ण है कि आप अपने चिकित्सक से परामर्श करके सुनिश्चित करें कि ये चिकित्साएं उपयुक्त एवं सुरक्षित हैं।

फ़ंक्शनल इलेक्ट्रिकल स्टीमुलेशन (FES)

क्रिस्टोफ़र रीव सप्ताह में कम-से-कम तीन बार FES बाइसाइकिल पर एक घंटे व्यायाम करते थे।

इस प्रौद्योगिकी से ऐसे व्यक्ति जिनके पैरों में ऐच्छिक संचलन बहुत कम या शून्य है, एर्गोमीटर (Ergometer) नामक पैरों की एक स्थिर साइकिल के पैडल चला पाते हैं। सतही इलेक्ट्रोड्स के माध्यम से पैरों की मांसपेशियों को कंप्यूटर-सृजित, निम्न-स्तरीय विद्युत स्पंद भेजे जाते हैं। इससे समन्वित संकुचन होते हैं जिससे पैर पैडल मारने की हरकत करते हैं।

FES बाइक नई नहीं हैं और ये 20 वर्षों से भी अधिक समय से बाज़ार में हैं। साथ ही, पिछले कई वर्षों से दुनिया भर के अनुसंधान केंद्रों में FES प्रणालियां उपयोग में लाई जा रही हैं।

यहां अमेरिका में इस समय कुछ कंपनियां ऐसे बाइक बना रही हैं। थेरेप्यूटिक अलाइंसेज़, इंक. (Therapeutic Alliances, Inc.) सबसे पुराने निर्माताओं में से एक है और वह अर्जिस 2 (Ergys 3) बनाती है। रेस्टोरेटिव थेरेपीज़ इंक. (Restorative Therapies, Inc.) RT300-S बनाती है जिसे व्हीलचेयर में बैठे-बैठे चलाया जाता है जिससे स्थानांतरण की आवश्यकता ख़त्म हो जाती है।

FES बाइक सस्ती भी नहीं होती हैं – उनकी कीमत $15,000 की रेंज में होती है। कुछ बीमा कंपनियों ने इन बाइक के लिए प्रतिपूर्ति दी हैं। ये बाइक कुछ सामुदायिक व्यवस्थाओं, स्वास्थ्य क्लब, और पुनर्सुधार क्लीनिकों में भी उपलब्ध हैं।

इसका पहला चरण है एक ऐसी बाइक चुनना जो यांत्रिकी की दृष्टि से मज़बूत हो। सभी इलेक्ट्रॉनिक घटक निर्माताओं द्वारा अपग्रेड किए जा सकते हैं। हर बाइक में एक प्रोग्राम कार्ट्रिज होता है जिसे हर सवार की विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार बनाया गया होता है, जैसे बाइक कितनी देर चलानी है, उसका प्रतिरोध कितना हो, आदि। कार्ट्रिज पाने के लिए डॉक्टर का प्रिस्क्रिप्शन चाहिए होता है। सुरक्षा कारणों से यह सुझाव दिया जाता है कि FES बाइक सवार दूसरों के कार्ट्रिज का उपयोग न करें।

प्रचुर मात्रा में उपलब्ध चिकित्सा साहित्य में मांसपेशियों की मात्रा बढ़ाने एवं हृदय व फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार लाने में FES की प्रभावशीलता दर्ज है। ऐसे अध्ययन भी हैं जो FES तथा दबाव से होने वाले घावों की बारंबारता घटने, मलाशय एवं मूत्राशय की कार्यक्षमता में सुधार होने, तथा मूत्रमार्गीय संक्रमणों की व्यापकता घटने के बीच संबंध पाते हैं।

डॉ. मैकडोनल्ड के अनुसार, FES बाइक मांसपेशियों की मात्रा बढ़ाने मात्र से कहीं अधिक उपयोगी हो सकती है। “हमारा प्रस्ताव है कि उनका उपयोग एक बिल्कुल अलग कारण से किया जाए – कार्यक्षमता के पुनर्जनन एवं बहाली को बढ़ावा देने के लिए। हमारे पास अब यह दर्शाने वाले आंकड़े हैं कि [FES] गतिविधि से पशुओं में पुनर्जनन को बढ़ावा मिलता है और मनुष्यों में यह कार्यक्षमता की बहाली से संबंध रखता है।”

ट्रेडमिल या लोकोमोटर प्रशिक्षण

लोकोमोटर प्रशिक्षण एक पुनर्सुधार पद्धति है जो पिछले दशक से उभर रही है। इसमें गतिविधि से सक्रिय होने वाले अधिगम (लर्निंग) के एक प्रकार का उपयोग किया जाता है जिसमें, विशिष्ट संचलनों की एक शृंखला (इस मामले में, कदम बढ़ाना) का अभ्यास करने से वह संवेदी जानकारी सक्रिय हो जाती है जो कैसे-न-कैसे रीढ़ की हड्डी को यह याद दिलाती है कि कदम बढ़ाने की शुरूआत कैसे की जाती है।

लोकोमोटर प्रशिक्षण में दोहराव युक्त संचलन का उपयोग करके पैरों को दोबारा चलना सिखाया जाता है। लकवाग्रस्त व्यक्ति को एक ट्रेडमिल के ऊपर एक हारनेस में बांधकर लटकाए रखते हैं, जिससे पैरों पर पड़ने वाला भार कम हो जाता है। जब ट्रेडमिल चलना शुरू करती है, तो थेरेपिस्ट व्यक्ति के पैरों को चलने के पैटर्न में स्वयं चलाता है।

लोकोमोटर प्रशिक्षण का परम लक्ष्य रीढ़ की हड्डी को चलने का पैटर्न ‘याद’ रखने के लिए पुनर्प्रशिक्षित करना है।

लोकोमोटर प्रशिक्षण के पीछे का सिद्धांत यह है कि संभव है कि क्षतिग्रस्त तंत्रिका तंत्र “प्लास्टिक” हो यानि सीखने व ढलने की स्थिति में हो, और पैटर्न वाली तंत्रिकीय गतिविधि, जैसे कदम बढ़ाना, को उपयुक्ततम किया जाए तो वह स्वास्थ्य लाभ कर जाए।

लॉस एंजेलिस की यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया तथा जर्मनी, स्विट्ज़रलैंड एवं कनाडा में हुए अनुसंधान इस बात पर ध्यानाकर्षित करते हैं कि रीढ़ की हड्डी स्वयं किसी छोटे मस्तिष्क की तरह कार्य करती प्रतीत होती है, और इसलिए वह कदम बढ़ाने का नियंत्रण करने में सक्षम है। रीढ़ की हड्डी चलने के सही तरीके के बारे में बहुत से नियमित निर्णय लेती है। जब किसी लकवाग्रस्त व्यक्ति को चलने के लिए पुनः प्रशिक्षण दिया जाता है, तो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी इसे करने के नए तरीके ढूंढ लेते हैं।

बहुत से लकवाग्रस्त व्यक्तियों को लोकोमोटर प्रशिक्षण मिलने के बाद उनके चलने-फिरने में सुधार हुआ है, भले ही समस्या के आरंभ को कितना भी समय बीत गया हो। हर व्यक्ति के लिए स्वास्थ्य लाभ का स्तर अलग होता है, हालांकि अपूर्ण चोटों/क्षतियों से ग्रस्त लगभग सभी लोगों में लाभ देखने को मिले हैं।

यह समझना महत्वपूर्ण है कि लोकोमोटर प्रशिक्षण एक विकासशील चिकित्सा है और संभव है कि यह हर किसी को बेहतर ढंग से चलने में मदद न दे पाए। लोगों को चलने के अतिरिक्त अन्य लाभ भी हुए हैं, जैसे स्वास्थ्य एवं कुशल-क्षेम में सुधार।

ट्रेडमिल यूनिटें समुदाय में अपनी जगह बना रही हैं, और ऐसे में लोगों का यह समझना ज़रूरी है कि लोकोमोटर प्रशिक्षण कार्यक्रम में रोगियों के साथ कार्य करने के लिए उच्च प्रशिक्षित थेरेपिस्ट होने चाहिए। चोट के बाद रोगी की कदम बढ़ाने की योग्यता को अधिकतम करना, काफ़ी हद तक लोकोमोटर प्रशिक्षण देने वाले थेरेपिस्ट्स के कौशल एवं सटीकता पर निर्भर करता है।

लोकोमोटर प्रशिक्षण रीव फ़ाउंडेशन के न्यूरोरिकवरी नेटवर्क (NeuroRecovery Network® (NRN)) द्वारा दी जाने वाली मुख्य चिकित्सा है; यह नेटवर्क अत्याधुनिक क्लीनिकल पुनर्सुधार केंद्रों और सामुदायिक फ़िटनेस एवं कुशलता इकाइयों का एक नेटवर्क है; उक्त केंद्र एवं इकाइयां रीढ़ की हड्डी की चोट/क्षति एवं अन्य शारीरिक विकलांगताओं से पीड़ित लोगों की देखभाल की दो शाखाएं हैं।

जलचिकित्सा

क्रिस्टोफ़र रीव ने एक पूल में अपने पैर और बांहें चला सकने की योग्यता का प्रदर्शन किया था। पानी में गुरुत्वबल के प्रभाव काफी घट जाते हैं, जिससे शरीर की छोटे-छोटे गतिशीलता को आसानी से पहचाना जा सकता है, और थेरेपिस्ट गुरुत्वबल के पूर्ण प्रतिरोध के बिना व्यक्ति की अधिकतम संचलन क्षमता का निर्धारण कर पाते हैं।

साथ ही, जब लोग गतिशीलता की कार्यक्षमता वापस पाना शुरू कर रहे होते हैं, तो ऐसे में पानी में अभ्यास करना आसान होता है। जब समय मिला, तो क्रिस्टोफ़र ने सप्ताह में एक बार लगभग दो घंटों तक जलचिकित्सा ली।

हड्डियों के घनत्व का उपचार

चूंकि लकवाग्रस्त लोग आमतौर पर अपनी हड्डियों पर भार या दबाव नहीं डालते हैं, अतः उनकी हड्डियों का घनत्व घटने लगता है और प्रायः उनमें ऑस्टियोपोरोसिस हो जाता है।

दवाओं और FES बाइसाइकिल पर व्यायाम की मदद से रीव के ऑस्टियोपोरोसिस को पलटा जा सका और उनकी हड्डियों का घनत्व सामान्य हो गया।

संसाधन

यदि आप व्यायाम के बारे में और जानकारी की तलाश में हैं या आपको कोई विशेष प्रश्न पूछना है, तो हमारे जानकारी विशेषज्ञ सप्ताह के व्यापारिक कार्यदिवसों पर, सोमवार से शुक्रवार सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे (पूर्वी समयानुसार) तक टोल फ़्री नंबर 800-539-7309 पर उपलब्ध हैं।